अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त स्कूलों में चल रहे फर्जीवाडे की तुरंत करे शिकायत, महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे जिया ख़ान की अपील

अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त स्कूलों में चल रहे फर्जीवाडे की तुरंत करे शिकायत, महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे जिया ख़ान की अपील

 



अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त स्कूलों में चल रहे फर्जीवाडे की तुरंत करे शिकायत, महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे जिया ख़ान की अपील


गुरुवार, 27 फरवरी 2025 


नागपुर: राज्य के अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त स्कूलों में चल रहे फर्जीवाड़े और शिक्षकों के उत्पीड़न के मामलों के खिलाफ महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने कार्रवाई शुरु की है। आयोग के अध्यक्ष प्यारे जिया ख़ान ने अल्पसंख्यक समाज से आग्रह किया है कि वे ऐसे स्कूलों के खिलाफ शिकायत दर्ज करें, जहां शिक्षा के नाम पर गलत कार्य हो रहे हैं। शिक्षको के पदो पर परिवार के व्यक्तियों की नियुक्ति, शिक्षको और कर्मचारीयो से पैसो कि वसुली और महिला शिक्षको के उत्पीड़न संबंधित शिकायतो पर आयोग ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।


शिकायत दर्ज करने के लिए आयोग के अध्यक्ष प्यारे ख़ान ने सम्पर्क नंबर जारी किए है। 


ईमेल: smc_mah2000@yahoo.com

 • फोन: 022-22610156, 22650085 और 

 • व्हाट्सएप: 

+91 9890243111

+91 93709 12791



शिकायतकर्ता ख़ुद का वीडियो संदेश बनाकर या लिखित बयान के साथ उपरोक्त फोन नंबर और मेल आयडी पर अपनी शिकायते दर्ज करा सकते है। 


महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष बनने के बाद प्यारे खान के पास लगातार अल्पसंख्यक स्कूलों के फर्जीवाड़े की शिकायतें आ रही हैं। कई स्कूलों में स्कूल संचालक अपने करीबी रिश्तेदारों को शिक्षको और कर्मचारीयों के पद पर नियुक्त कर रहे हैं, जबकि ऐसे कई शिक्षकों के पास ना तो आवश्यक डिग्री है और न ही वे शिक्षक पद के लिए योग्य हैं। इसके अलावा, माइनॉरिटी मान्यता प्राप्त स्कूलों में संस्था चालको द्वारा महिला शिक्षकों के साथ मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न की भी शिकायतें सामने आ रही है।


इस संदर्भ में प्यारे ख़ान ने मा. श्री मुख्यमंत्री देवेन्द्रजी फड़णवीस को पत्र लिखकर अवगत कराया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए हाल ही में मुख्यमंत्री ने ऐसे स्कूलों के ख़िलाफ़ जाँच के आदेश दिए है।


हालाकि कई मामलो में देखा गया है की लोग डर और स्कूल संचालको के दवाब के चलते सार्वजनिक तौर पर सामने नहीं आते है. ऐसे लोगो से निडर होकर शिकायत दर्ज करने का आव्हान प्यारे ख़ान ने किया है। 


उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि समाज के लोग ऐसे स्कूलों की जानकारी आयोग को दें, जहां शिक्षकों का उत्पीड़न किया जा रहा है और शिक्षा के नाम पर गलत कार्य हो रहे हैं। प्यारे जिया ख़ान ने इस अपील के जरिए समाज से सहयोग की अपेक्षा की है ताकि राज्य में शिक्षा का स्तर सुधारा जा सके और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।


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